July Auto Sales Live: भारत की दिग्गज ऑटोमोबाइल कंपनी बजाज ऑटो लिमिटेड ने जुलाई 2025 में कुल 3,66,000 यूनिट्स की बिक्री दर्ज की हे, जो पिछले साल जुलाई 2024 के 3,54,169 यूनिट्स की तुलना में 3% अधिक है। हालांकि कुल मिलाकर बिक्री का ग्राफ स्थिर दिखाई देता है, लेकिन घरेलू और अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कंपनी का प्रदर्शन एकदम अलग तस्वीर पेश करता है। जहां निर्यात ने शानदार उछाल दर्ज किया, वहीं घरेलू बाजार में मांग कमजोर होती दिखाई दी।
निर्यात बना कंपनी की वृद्धि का आधार
जुलाई 2025 में बजाज ऑटो के निर्यात में जबरदस्त तेजी देखने को मिली। कंपनी ने इस दौरान 1,82,857 यूनिट्स का निर्यात किया, जो पिछले साल जुलाई के 1,43,172 यूनिट्स से 28% अधिक है।
- टू-व्हीलर निर्यात: 1,56,968 यूनिट्स, सालाना 22% की वृद्धि
- कमर्शियल व्हीकल निर्यात: 25,889 यूनिट्स, सालाना 79% की शानदार छलांग
यह वृद्धि इस बात का संकेत है कि बजाज ऑटो ने अफ्रीका, लैटिन अमेरिका और दक्षिण एशिया जैसे उभरते बाजारों में अपनी पकड़ मजबूत कर ली है। कंपनी की रणनीति, जिसमें प्रतिस्पर्धी दामों पर विश्वसनीय और किफायती वाहन पेश किए जाते हैं, ने वैश्विक स्तर पर अच्छे नतीजे दिए हैं।
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घरेलू बाजार में सुस्ती
दूसरी ओर, भारतीय बाजार में जुलाई 2025 का प्रदर्शन उम्मीदों से कमजोर रहा। कंपनी ने घरेलू स्तर पर 1,83,143 यूनिट्स बेचे, जो पिछले साल जुलाई के 2,10,997 यूनिट्स की तुलना में 13% कम है।
- टू-व्हीलर घरेलू बिक्री: 18% की गिरावट
- कमर्शियल व्हीकल घरेलू बिक्री: 4% की मामूली वृद्धि
विशेषज्ञों का मानना है कि बढ़ती ब्याज दरें, ईंधन की ऊंची कीमतें और ग्रामीण इलाकों में कमजोर मांग इस गिरावट के बड़े कारण हैं। खासकर एंट्री-लेवल टू-व्हीलर्स की मांग में आई कमी ने घरेलू बिक्री पर असर डाला है। [July Auto Sales Live]
अप्रैल से जुलाई 2025 तक का प्रदर्शन
अगर अप्रैल से जुलाई 2025 की कुल बिक्री पर नजर डालें, तो कंपनी ने 14,77,237 यूनिट्स बेचे, जो पिछले साल की समान अवधि (14,56,225 यूनिट्स) से मात्र 1% अधिक है।
- निर्यात: 6,59,286 यूनिट्स, 19% की वृद्धि
- घरेलू बिक्री: 8,17,951 यूनिट्स, 9% की गिरावट
यह साफ दिखाता है कि घरेलू चुनौतियों के बावजूद निर्यात ने कंपनी की कुल बिक्री को मजबूती दी है। खासतौर पर कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट का शानदार प्रदर्शन कंपनी के लिए एक बड़ा सकारात्मक पहलू है।
क्या कहता है यह रुझान?
बजाज ऑटो की जुलाई 2025 की बिक्री रिपोर्ट इस बात की गवाही देती है कि कंपनी ने अपने अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को मजबूती देकर घरेलू कमजोरी की भरपाई की है। निर्यात पर बढ़ती निर्भरता यह दर्शाती है कि कंपनी उभरते बाजारों में खुद को सफलतापूर्वक स्थापित कर रही है। [July Auto Sales Live]
हालांकि, घरेलू मांग की कमजोरी चिंता का विषय बनी हुई है। टू-व्हीलर सेगमेंट, जो भारतीय ऑटो इंडस्ट्री की रीढ़ माना जाता है, उसमें लगातार गिरावट से कंपनी को आने वाले महीनों में रणनीति बदलनी पड़ सकती है।
निष्कर्ष
कुल मिलाकर, जुलाई 2025 बजाज ऑटो के लिए मिश्रित नतीजे लेकर आया। जहां निर्यात में शानदार उछाल ने कंपनी की बिक्री को सहारा दिया, वहीं घरेलू मांग की कमजोरी ने चिंता बढ़ा दी। आगे चलकर, कंपनी के लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी—घरेलू बाजार में विश्वास बहाल करना और उपभोक्ताओं की बदलती जरूरतों को पूरा करना।
अगर बजाज ऑटो अपने घरेलू टू-व्हीलर पोर्टफोलियो को नई तकनीक और आकर्षक मूल्य निर्धारण के साथ मजबूत करती है, तो यह आने वाले महीनों में बिक्री में सुधार ला सकती है। वहीं निर्यात पर इसकी पकड़ कंपनी को वैश्विक स्तर पर मजबूती से आगे बढ़ाती रहेगी।